
भारत के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने शुक्रवार को गुजरात के भुज एयरफोर्स स्टेशन से जवानों को संबोधित करते हुए पड़ोसी देश पाकिस्तान को स्पष्ट शब्दों में चेतावनी दी कि ‘ऑपरेशन सिंदूर’ अभी समाप्त नहीं हुआ है, यह तो केवल एक ट्रेलर था। उन्होंने कहा कि सही समय आने पर पूरी फिल्म भी दुनिया को दिखाई जाएगी। अपने उत्साही भाषण में रक्षा मंत्री ने जवानों के शौर्य और समर्पण की जमकर सराहना की और ‘सिंदूर’ को शृंगार नहीं, शौर्य और संकल्प का प्रतीक बताया। उन्होंने कहा, “यह सिंदूर वह लाल लकीर है जो अब आतंकवाद के माथे पर खींच दी गई है। यह उस भारत का प्रतीक है जो अब चुप नहीं बैठता, बल्कि हर चुनौती का करारा जवाब देता है।”
‘न्यू इंडिया’ का ‘न्यू नॉर्मल’: आतंक पर प्रहार
राजनाथ सिंह ने साफ किया कि भारत अब न्यू इंडिया है और आतंकवाद पर हमला उसका न्यू नॉर्मल बन चुका है। उन्होंने कहा, “अगर कोई हमारी संप्रभुता को चुनौती देगा, तो उसे करारा जवाब दिया जाएगा। आतंक पर अब भारत का रुख स्पष्ट है—देर नहीं, वार होगा।”
‘प्रोबेशन’ पर है पाकिस्तान
रक्षा मंत्री ने पाकिस्तान के व्यवहार पर भी टिप्पणी करते हुए कहा कि वर्तमान सीजफायर समझौते के तहत पाकिस्तान को ‘प्रोबेशन’ पर रखा गया है। “अगर वह (पाकिस्तान) ठीक से व्यवहार करता है तो ठीक, अन्यथा उसे फिर से कड़ा दंड दिया जाएगा। हमने साफ कर दिया है कि अब हम किसी भी तरह की उपद्रवी हरकत को बर्दाश्त नहीं करेंगे।”
IMF से पाकिस्तान को मिलने वाली सहायता पर सवाल
राजनाथ सिंह ने अंतरराष्ट्रीय मंचों को भी इस लड़ाई में शामिल करते हुए कहा कि पाकिस्तान अपने देश में आतंक को दोबारा खड़ा करने की कोशिश में जुटा है। उन्होंने कहा, “पाकिस्तान जैश-ए-मोहम्मद के सरगना मसूद अजहर को 14 करोड़ रुपये दे रहा है, जो कि संयुक्त राष्ट्र द्वारा घोषित आतंकी है। वह IMF से मिले पैसों को आतंकवाद पर खर्च करता है। भारत चाहता है कि IMF इस पर गंभीरता से विचार करे और पाकिस्तान को दी जाने वाली वित्तीय सहायता पर रोक लगाए।”
राम के आदर्शों पर चलने वाला भारत
रक्षा मंत्री ने अपने संबोधन में प्रभु श्रीराम के आदर्शों की भी बात की। “जैसे भगवान राम ने राक्षसों को खत्म करने का संकल्प लिया था, वैसे ही हम भी आतंकवाद को जड़ से मिटाने का प्रण ले चुके हैं।”
जवानों के साथ ‘भारत माता की जय’ के नारे
अपने जोशीले भाषण के अंत में राजनाथ सिंह ने जवानों के साथ मिलकर जोरदार ‘भारत माता की जय’ के नारे लगाए और उन्हें राष्ट्र सेवा के लिए सलामी दी।