मुलायम सिंह पर आपत्तिजनक टिप्पणी पर सपा का वेल में धरना-हंगामा
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विधानसभा में मंगलवार को बलिया के बांसडीह विधानसभा क्षेत्र की भाजपा विधायक केतकी सिंह द्वारा टिप्पणी किए जाने पर प्रमुख विपक्षी दल समाजवादी पार्टी के विधायक बिफर गए। उनकी नाराजगी इस कदर बढ़ी कि बड़ी संख्या में सपा विधायक वेल में आ गए और सत्ता पक्ष के खिलाफ नारेबाजी करते हुए धरने पर बैठ गए।

बाद में विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना के निर्देश पर भाजपा सदस्य केतकी सिंह ने खेद व्यक्त किया। महाना ने इस हिस्से को कार्यवाही से निकालने के निर्देश दिए। साथ ही यह भी कहा कि मीडिया इस बात का संज्ञान न ले। वहीं सपा सदस्य अतुल सिंह ने कहा कि मेरी तरफ से यदि महिला सदस्य केतकी सिंह के बारे में कोई अशोभनीय बात कही गई हो, तो इसके लिए मेरी तरफ से खेद है।

सपा विधायक अपनी पार्टी के संस्थापक मुलायम सिंह यादव के प्रति भाजपा विधायक केतकी सिंह की कथित टिप्पणी से क्षुब्ध थे। पूर्वान्ह 4.05 बजे राम मंदिर के मुद्दे पर बोलते हुए केतकी सिंह ने अयोध्या में कारसेवकों पर गोली चलवाने की घटना का जिक्र करते हुए तत्कालीन सपा सरकार पर हमला बोला। उन्होंने तत्कालीन मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव के प्रति असम्मानजनक शब्द का इस्तेमाल किया।

सपा के मेरठ के सरधना से विधायक अतुल प्रधान ने केतकी सिंह के संबोधन में हस्तक्षेप करते हुए अधिष्ठाता मंजु शिवाच से आग्रह किया कि केतकी सिंह ने मुलायम सिंह यादव के प्रति जो अपमानजनक शब्द का इस्तेमाल किया है उसे कार्यवाही से निकाला जाए और केतकी सिंह को पीठ माफी मांगने का निर्देश दें।

अतुल प्रधान के समर्थन में सपा के अन्य विधायक भी खड़े हो गए और यह सब वेल में आ गए। नारेबाजी करते हुए धरने पर बैठ गए। अधिष्ठाता बार-बार सपा विधायकों से आग्रह करती रहीं कि अगर केतकी सिंह ने कोई असम्मानजनक शब्द का इस्तेमाल किया है तो उसे कार्यवाही से निकाल दिया जाएगा। मगर सपा सदस्य संतुष्ट नहीं हुए। उन्होंने धरना जारी रहा।

इसके बाद विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना ने कार्यवाही संभाली और सपा विधायक संग्राम सिंह यादव को स्थिति स्पष्ट करने को कहा। संग्राम सिंह ने कहा कि मुलायम सिंह यादव जैसे बड़े कद के नेता जो आज दुनिया में नहीं हैं, उन पर अपमानजनक टिप्पणी करना उचित नहीं, केतकी सिंह को इसके लिए माफी मांगनी चाहिए और उक्त टिप्पणी कार्यवाही से निकलवानी चाहिए।

भाजपा की केतकी सिंह ने अपना पक्ष रखते हुए कहा कि उन्होंने मुलायम सिंह यादव के प्रति कोई अपमानजनक टिप्पणी नहीं की जबकि सपा के सदस्यों ने उन्हें अपशब्द कहा। इस पर विधानसभा अध्यक्ष ने दोनों आपत्तिजनक शब्दों को कार्यवाही से निकलवाने का आश्वासन देते हुए इस मामले पर निर्णय सुरक्षित रख लिया।

राज्यपाल के अभिभाषण पर चल रही चर्चा में हिस्सा लेते हुए अमेठी के गौरीगंज से सपा विधायक राकेश प्रताप सिंह, मुगल सराय के चंदौली से भाजपा के रमेश जायसवाल, कोल अलीगढ़ से भाजपा के अनिल पराशर, संभल के असमौली विधानसभा क्षेत्र से सपा की पिंकी सिंह, मैनपुरी की किसनी सीट से सपा के इंजीनियर बृजेश कठेरिया ने अपने-अपने विचार रखे। सपा के राकेश प्रताप सिंह ने संविदा और आउटसोर्सिंग कर्मियों के शोषण का मुद्दा उठाया।

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