
हाल ही में हुए सैन्य संघर्ष के बाद पाकिस्तान भारत के साथ “शांति वार्ता” के लिए तैयार है. वहीं भारत ने साफ किया है कि पाकिस्तान से बातचीत का मुद्दा सिर्फ आतंकवाद होगा. इस बीच, युद्धविराम की अवधि 18 मई तक बढ़ा दी गई है.
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने कहा कि पाकिस्तान “शांति” के लिए भारत के साथ बातचीत करने को तैयार है, लेकिन बातचीत कश्मीर मुद्दे पर होनी चाहिए. शरीफ ने गुरुवार को कामरा एयर बेस के विशेष दौरे के दौरान पाकिस्तानी वायुसेना के पायलटों और कर्मियों से बातचीत करते हुए यह पेशकश की. उन्होंने कहा कि पाकिस्तान शांति स्थापित करने के लिए भारत से बातचीत करने को तैयार है, लेकिन कुछ शर्तें हैं. उन्होंने कहा कि हम शांति चाहते हैं, लेकिन दुश्मन इसे हमारी कमजोरी न समझे.
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शहबाज के साथ उप प्रधानमंत्री इशाक डार, रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ, सेना प्रमुख जनरल असीम मुनीर, वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल जहीर अहमद बाबर सिद्धू भी एयरबेस पर मौजूद थे. शरीफ ने भारत से कश्मीर मुद्दे पर बातचीत करने और संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के प्रस्तावों के अनुसार कश्मीरी लोगों को आत्मनिर्णय का अधिकार देने का अनुरोध किया.
भारत कहता आया है कि केंद्र शासित प्रदेश जम्मू और कश्मीर और केंद्र शासित प्रदेश लद्दाख “इसके अभिन्न और अविभाज्य अंग हैं और सदैव रहेंगे.”
शरीफ ने आगे कहा कि पहलगाम घटना के लिए पाकिस्तान पर गलत आरोप लगाया गया. उन्होंने कहा, “पाकिस्तान घटना की पारदर्शी जांच चाहता था, लेकिन जांच करने के बजाय भारत ने आक्रामकता का सहारा लिया.”
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पाकिस्तान से सिर्फ आतंकवाद पर ही होगी बातचीत: भारत
भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर ने गुरुवार को पत्रकारों से बात करते हुए साफ किया कि भारत और पाकिस्तान के बीच कोई भी बातचीत केवल आतंकवाद के मुद्दे पर ही होगी. जयशंकर ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने पहले ही यह स्पष्ट कर दिया है कि पाकिस्तान से बातचीत का विषय सिर्फ आतंकवाद होगा.
उन्होंने कहा, “पाकिस्तान के पास आतंकवादियों की एक सूची है, जिन्हें सौंपने की आवश्यकता है. उन्हें आतंकवादी ढांचे को बंद करना होगा. उन्हें पता है कि क्या करना है. हम उनके साथ इस बात पर चर्चा करने के लिए तैयार हैं कि आतंकवाद पर क्या किया जाना चाहिए.”
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ट्रंप ने कहा भारत-पाक विवाद सुलझ गया
इस बीच अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप ने कहा कि दोनों देशों के बीच विवाद सुलझ गया है, उन्होंने दोनों देशों से युद्ध के बजाय व्यापार पर ध्यान केंद्रित करने का आग्रह किया. ट्रंप ने कतर में एक बेस पर अमेरिकी सैनिकों से कहा, “मुझे लगता है कि यह सुलझ गया है और हमने उनसे व्यापार के बारे में बात की, चलो युद्ध करने के बजाय व्यापार करते हैं.” उन्होंने कहा, “मुझे लगता है कि भारत-पाकिस्तान विवाद सुलझ गया है. पाकिस्तान और भारत हमारी बातों से बहुत खुश हैं. हमने दोनों देशों से तनाव कम करने को कहा है.”
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पत्रकारों से बात करते हुए ट्रंप ने दोनों परमाणु शक्तियों भारत और पाकिस्तान के बारे में कहा, “अगर दोनों के बीच कोई छोटा सा भी परमाणु संघर्ष हुआ होता तो लाखों लोग मारे गए होते, यही कारण है कि हमें युद्ध विराम कराने के लिए अपने प्रभाव का इस्तेमाल करना पड़ा.”
इस बीच, पाकिस्तानी विदेश मंत्री इशाक डार ने कहा कि गुरुवार को एक आपसी फोन कॉल के दौरान दोनों देशों की सेनाओं ने संघर्ष विराम को 18 मई तक बढ़ाने पर सहमति व्यक्त की थी. उन्होंने कहा कि दोनों सेनाओं के बीच बुधवार और गुरुवार को संपर्क हुआ था और “हमने आज बातचीत की और 18 मई तक युद्धविराम है.”
22 अप्रैल को पहलगाम हमले में 26 लोगों की मौत के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच हाल में तनाव चरम पर पहुंच गया. दोनों देशों ने एक दूसरे पर मिसाइलों और ड्रोनों से हमले किए.