हमास के साथ शामिल हुआ हिजबुल्लाह, इजरायल के लिए कितना खतरनाक; बदलेगा युद्ध का मंजर?
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 इजरायल और फिलिस्तीनी आतंकी समूह हमास के बीच युद्ध शनिवार को लगातार 15वें दिन में प्रवेश कर गया। हमास के हमलों में 1,400 से अधिक इजरायली मारे गए हैं, जबकि फिलिस्तीनी स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि इजरायल की जवाबी कार्रवाई में कम से कम 4,137 फिलिस्तीनी मारे गए हैं।

हमास को खत्म करने की कसम खाने के बाद इजरायल गाजा पट्टी पर हवाई हमले कर रहा है। संयुक्त राष्ट्र ने कहा कि 140,000 से अधिक घर क्षतिग्रस्त हो गए हैं और लगभग 13,000 पूरी तरह से नष्ट हो गए हैं। ये आंकड़ा गाजा में सभी घरों का लगभग एक तिहाई है।

फिलहाल ये जंग शांत होने वाली नहीं है। इजरायल गाजा पर बड़ी कार्रवाई की योजना बना चुका है। यहूदी देश कभी भी गाजा में जमीनी आक्रमण शुरू कर सकता है। इस बीच खबर है कि ईरान समर्थित हमास के साथ अब एक और आतंकी संगठन हिजबुल्लाह भी जुड़ गया है। इजरायल के रक्षा मंत्री के हवाले से एक रिपोर्ट में शनिवार को कहा गया कि हिजबुल्लाह ने “युद्ध में शामिल होने का फैसला किया है।” हालांकि मंत्री ने कहा कि वह इसके लिए “भारी कीमत चुकाएगा”। इजरायली रक्षा मंत्री योव गैलेंट ने शनिवार को कहा कि लेबनानी आतंकवादी समूह हिजबुल्लाह हाल के दिनों में उत्तरी इजरायल में इजरायली सैन्य स्थलों, सैनिकों और इजरायली कस्बों को निशाना बनाते हुए अपने मिसाइल, रॉकेट और शूटिंग हमले कर रहा है।

इजरायल के लिए चुनौतियां अधिक होंगी

गैलेंट ने लेबनान सीमा पर स्थित बिरानिट शिविर में 91वें प्रादेशिक डिवीजन बेस पर सैनिकों से कहा, “हिजबुल्लाह ने लड़ाई में भाग लेने का फैसला किया है, वे इसकी भारी कीमत चुका रहे हैं।” उन्होंने सेना के जवानों से कहा, “मैं मानता हूं कि चुनौतियां (अब की तुलना में) अधिक होंगी, और आपको इसे ध्यान में रखना होगा, किसी भी स्थिति के लिए पूरी तरह तैयार रहना होगा।” हाल के दिनों में दक्षिणी लेबनान में इजरायली सेना और हिजबुल्लाह आतंकवादी समूह और सहयोगी फिलिस्तीनी गुटों के बीच बार-बार झड़पें देखी गई हैं। इजरायल को इस बात की आशंका है कि एक नया मोर्चा खोला जा सकता है।

आईडीएफ ने कहा कि शुक्रवार को भी लेबनान से विवादित माउंट डोव क्षेत्र की ओर लगभग 20-30 रॉकेट लॉन्च किए गए। उत्तरी शहर मेटुला पर दो रॉकेट दागे गए। कई आईडीएफ चौकियों पर एंटी-टैंक-गाइडेड मिसाइलें भी दागी गईं और सीमा पर इजरायली निगरानी उपकरणों को निशाना बनाकर गोलीबारी की गई। उत्तरी सीमा पर नेतुआ और बिरानिट क्षेत्रों में सक्रिय सैनिकों के खिलाफ शुक्रवार शाम को आखिरी मिसाइल हमले में, सैनिक मारा गया और कम से कम तीन अन्य सैनिक घायल हो गए। हिजबुल्लाह ने मिसाइलों और गोलीबारी की जिम्मेदारी ली है।

कौन है हिजबुल्लाह, इजरायल के लिए कितना खतरा?

हिजबुल्लाह लेबनान में स्थित एक शिया मुस्लिम राजनीतिक दल और आतंकवादी समूह है। पंद्रह साल के लेबनानी गृहयुद्ध की अराजकता के दौरान स्थापित, ईरान समर्थित हिजबुल्लाह इजरायल का धुर विरोधी होने के साथ मध्य पूर्व में पश्चिमी देशों के खिलाफ खूब अक्रामक है। वैश्विक आतंकवादी हमलों को अंजाम देने के अपने इतिहास के साथ, हिजबुल्लाह अमेरिका और कई अन्य देशों द्वारा एक आतंकवादी समूह के रूप में नामित किया गया है। हाल के वर्षों में, ईरान और सीरिया के साथ लंबे समय से चले आ रहे गठबंधन ने हिजबुल्लाह को एक तेजी से उभरते सैन्य बल में बदल दिया है। इसके बारे में विशेषज्ञों का कहना है कि यह अपने लंबे समय के दुश्मन इजरायल के खिलाफ नई लड़ाई की स्थिति में एक कठिन चुनौती पेश करेगा।

इजरायल हिजबुल्लाह का मुख्य दुश्मन है। इसका इतिहास 1978 में दक्षिणी लेबनान पर इजरायल के कब्जे के समय से शुरू होता है। हिजबुल्लाह को विदेशों में यहूदी और इजरायली ठिकानों पर हमलों के लिए दोषी ठहराया गया है, जिसमें 1994 में अर्जेंटीना में एक यहूदी सामुदायिक केंद्र पर कार बम विस्फोट भी शामिल है, जिसमें 85 लोग मारे गए थे। इसके अलावा, लंदन में इजरायली दूतावास पर बमबारी भी हिजबुल्लाह ने की थी। 2000 में इजरायल के आधिकारिक तौर पर दक्षिणी लेबनान से हटने के बाद भी, उसका हिजबुल्लाह के साथ संघर्ष जारी रहा, खासकर विवादित शीबा फार्म्स सीमा क्षेत्र में। हिजबुल्लाह और इजरायली सेनाओं के बीच समय-समय पर संघर्ष 2006 में एक महीने तक चलने वाले युद्ध में बदल गया, जिसके दौरान हिजबुल्लाह ने इजरायली क्षेत्र में हजारों रॉकेट लॉन्च किए।

पुराना है हिजबुल्लाह और इजरायल का युद्ध

हिजबुल्लाह और इजरायल अभी भी पूर्ण युद्ध में नहीं उतरे हैं, लेकिन समूह ने 2009 के अपने घोषणापत्र में इजरायली देश के विनाश के लिए अपनी प्रतिबद्धता दोहराई है। दिसंबर 2018 में, इजरायल ने खुलासा किया था कि लेबनान से उत्तरी इजरायल तक मीलों लंबी सुरंगें हैं। इसके बारे में इजरायल का दावा था कि ये सुरंगें हिजबुल्लाह द्वारा बनाई गई थीं। अगले वर्ष, हिजबुल्लाह ने एक इजरायली सेना अड्डे पर हमला किया। अगस्त 2021 में, लेबनान में इजरायली हवाई हमलों के जवाब में हिजबुल्लाह ने एक दर्जन से अधिक रॉकेट दागे। 2006 के इजरायल-हिजबुल्लाह युद्ध के बाद यह पहली बार था जब हिजबुल्लाह ने इजरायल में दागे गए रॉकेटों की जिम्मेदारी ली थी।

हिजबुल्लाह ने इजरायल पर अत्याधुनिक जहाज-रोधी और कवच-रोधी हथियारों से हमला किया है, जिनके बारे में पश्चिमी अधिकारियों का कहना है कि उन्हें ईरान द्वारा आपूर्ति की जाती है। ईरान द्वारा उपलब्ध कराए जा रहे अधिक सटीक हथियार यह सुनिश्चित करते हैं कि हिजबुल्लाह इजरायल के लिए एक खतरनाक खतरा बन जाएगा। यही वजह है कि इजरायल हिजबुल्लाह को लेकर पहले से ज्यादा चौंकन्ना है।

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